भोजपुर जिले आरा-बक्सर के विधान पार्षद राधाचरण साह (सेठ जी) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। लगातार तीन दिनों तक चल रही छापेमारी के बाद ईडी समेत अन्य केन्द्रीय एजेंसियों के भी जांच में एंट्री के संकेत मिल रहे हैं। अभी तक आयकर विभाग को करीब ढाई सौ करोड़ के लेनदेन के प्रमाण मिलने की बात कही जा रही है। इधर, आरा में कैंप कर रहे आयकर विभाग के अफसरों ने विधान पार्षद राधाचरण साह उर्फ सेठ से जलेबी बेचने से लेकर एमएलसी बनने तक की पूरी कहानी जानी है। सूत्रों की मानें तो एक अफसर ने साह से लीगल व्यवसाय के जरिए जलेबी बेचने से लेकर एमएलसी बनने की कहानी को संक्षेप में लिखकर देने को कहा। आयकर टीम जलेबी और बालू से लेकर होटल के लीगल हिसाब को जोड़ने में लगी हुई है। छापेमारी की कड़ी का यह हिस्सा भी अंदरखाने में खूब चर्चा में है। सात फरवरी को जब पहले दिन आयकर की छापेमारी हुई थी तो उस दिन भी यह बात सामने आई थी कि आयकर विभाग की बड़ी छापेमारी की योजना कई दिन पहले से बन रही थी। आयकर के लोग संपत्ति की रेकी कर पूरी नजर बनाए हुए थे। छापेमारी का कनेक्शन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जुड़ा होने की भी बात सामने आई थी। क्योंकि, कुछ ही दिन पूर्व सेठ जी के बालू के कारोबार में निवेश और उनसे जुड़े लोगों के बारे एक एजेंसी ने पूछताछ कर जानकारी ली थी। छापे से एक पखवारे पहले ही जिले में ईडी के आधा दर्जन से ज्यादा अफसरों ने कई लोगों से पूछताछ और जांच पड़ताल की थी। आयकर विभाग के अधिकारियों और खेमे से मिल रहे संकेतों को समझें तो आने वाले दिनों में जांच का दायरा और बढ़ सकता है। फिलहाल 3 दिनों से आयकर विभाग के अधिकारी जमे हुए हैं और कई ठिकानों पर जांच कर रहे हैं। इसी सिलसिले में अधिकारियों ने 4 अन्य ठिकानों पर भी दबिश डाली है।


Sabhar/saujany se

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