शादी करने से मना करने पर 17 साल की किशोरी को घरवालों ने सजा देने की सोची और उसे बहला-फुसलाकर गंगा के दियारा इलाके में लेकर आए और उसके गले में दुपट्टा बांधकर गंगा की तेज धार में फेंक दिया और चले गए। किशोरी की तकदीर में जिन्दा रहना लिखा था। वह तेज धार में बहती जा रही थी और बचाओ-बचाओ की आवाज लगा रही थी, जिसे दियारा में खेत में काम करने वाले किसानों ने सुन लिया और उसे पानी से छानकर बाहर निकाल लिया।युवती को जिन्दा देखकर गंगा के किनारे लोगों की काफी भीड़ लग गई और लोगों ने पुलिस को भी इसकी जानकारी दे दी। मौके पर पहुंची बिदुपुर पुलिस को किशोरी ने रो-रोकर अपनी कहानी सुनाई। किशोरी की उम्र 17 साल है और वह समस्तीपुर जिले के शाहपुर पटोरी थाने के बघरा मोहनपुर की रहनेवाली है। उसने बताया कि परिजन उसकी शादी जबर्दस्ती करवाना चाहतेे थे। वह किसी और से प्यार करती है और उसी से शादी करना चाहती है। लेकिन परिजन उसकी शादी कहीं और करना चाहते हैं, उसने विरोध किया तो परिजनों ने उसकी हत्या की योजना बनाई। उससे कहा गया कि मौसा से मिलने जाना है और लोग उसे लेकर शुक्रवार की रात के 11 बजे बिदुपुर पहुंचे जहां उसके गले में दुपट्टा बांधकर उसे गंगा में फेंक दिया गया। ताकि उसकी हत्या का साक्ष्य ना मिले।
(सभार/सौजन्य से)

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