महामारी के बीच
कोरोना वॉरियर्स कहे जा रहे हेल्थ वर्कर्स को कई जगहों पर सम्मान मिल रहा है।
रहवासी उनके प्रयासों की तारीफ कर रहे हैं। लेकिन कुछ ऐसे स्थान भी हैं, जहां नर्स मारपीट के डर के कारण अपनी यूनिफार्म भी नहीं पहन पा रही हैं। एक
नेशनल टीवी चैनल पर नर्स ने सभी साथियों की ओर से लोगों से अपील की। कहा कि, हमें मारना-पीटना बंद करें। हालांकि जलिस्को में इंटर
इंस्टीट्यूशनल कमीशन ऑफ नर्सेज की अध्यक्ष इडिथ मुजिका शावेज के मुताबिक, इन हमलों के पीछे का कारण झूठी खबरें हैं। लोगों को लग रहा है कि नर्सेज और डॉक्टर्स वायरस को फैला रहे हैं।
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भारत में भी हेल्थ वर्कर्स पर हमले के कई मामले आए हैं। यहां डॉक्टर को कोरोना मरीजों का इलाज करने पर यौन हिंसा
की भी धमकी दी गई। इंदौर में डॉक्टर्स पर भीड़ ने पथराव कर दिया। भीड़ चिल्ला रही
थी कि पकड़ो,
मारो उन्हें।
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डॉक्टर जाकिया सैय्यद ने एक इंटरव्यू में कहा कि हमें नहीं पता कि क्यों और कैसे हालात इतने बिगड़ गए। उड़ीसा
के सरकारी अस्पताल में नियुक्त डॉक्टर पर कुछ लोगों ने कोरोना फैलाने का आरोप लगाया। डॉक्टर कहती हैं कि अपनी बिल्डिंग में रहने वालों के खिलाफ मैंने
शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस को दिए बयान में डॉक्टर ने बताया कि एक रहवासी ने बिल्डिंग नहीं छोड़ने पर
दुष्कर्म की धमकी भी दी है।
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सूरत के अस्पताल में काम करने वाली डॉक्टर संजीवनी पानीगढ़ी बताती हैं कि पड़ोसियों ने उन्हें बिल्डिंग में जाने से
रोक दिया। लोग कहने लगे कि इसे सोसाइटी से बाहर निकाल देना चाहिए। एक
इंटरव्यू में डॉक्टर पानीगढ़ी ने बताया कि मुझे नहीं पता मैं यहां कब तक रह पाऊंगी।
यहां बहुत डर का माहौल है,
डॉक्टर होना एक
कलंक हो गया है।
(सभार/सौजन्य से)
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